अलसी खाने वाली सुंदरी की प्रशंसा के लिए लिखा गया है। जो लड़कियां अलसी खाती हैं, वे सुंदर, सुघढ़ और गोरी बन जाती है, उनका मस्तिष्क तेज़ तर्रार हो जाता है, वे हर इम्तिहान में अव्वल आती है, अलसी मैया उनका विवाह करवा देती है और उसे करोड़पति बना देती है। इसके हमारे पास बहुत उदाहरण हैं। … इसकी धुन चंदन सा बदन चंचल चितवन.. गीत पर आधारित है।
महका जीवन चहका यौवन नैनों से प्रेम रस छलकाना
गोरा चेहरा रेशम सी लट का राज़ तेरा अलसी खाना….
तुझे क्रोध नहीं, आलस्य नहीं, तू नारी आज्ञाकारी है
छल कपट नहीं, मद लोभ नहीं
तू सबकी बनी दुलारी है
जैसी सूरत वैसी सीरत, तुझे ममता की मूरत माना …
तू बुद्धिमान, तू तेजस्वी
शिक्षा में सबसे आगे है
प्रतिभाशाली तू मेघावी
प्रज्ञा तू बड़ी सयानी है
नीले फूलों की मलिका तू
तुझे सब चाहें जग में पाना….
महका जीवन चहका यौवन नैनों से प्रेम रस छलकाना
गोरा चेहरा रेशम सी लट का राज़ तेरा अलसी खाना….